टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को पहले भले ही देश की राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक पार्टियां हल्के में लेती रही हों, लेकिन अब वो दौर आ गया है कि देश की सत्ता पर काबिज बीजेपी खेमे में भी उसकी धमक है. मार्च में पंजाब में पूरा बहुमत हासिल कर वहां से कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखाने वाली आप राष्ट्रीय फलक पर छाने लगी है.
ताजा एमसीडी के नतीजों ने उसके हौसले बुलंद कर डाले हैं. एमसीडी चुनावों पर पूरे देश की नजर रहती है और इन चुनावों में आप का शानदार प्रदर्शन साबित कर रहा है कि पार्टी की धमक देश में बढ़ने लगीं है. एमसीडी में बीते 15 साल से बीजेपी का रुतबा कायम रहा था, लेकिन 2022 में आप ने इसमें सेंध लगा डाली है. कांग्रेस की इन चुनावों में नाम भर की गिनती हैं. ऐसे में दो राय नहीं कि देश की सबसे पुरानी राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस की जगह लेने की आप पूरी तैयारी में हैं.
जब पूछा गया था-कौन है अरविंद केजरीवाल
2013 में जब पहली बार आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की 3 बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ चुनाव लड़ा था, तो उन्होंने बड़ी उपेक्षा से पूछा था, “कौन हैं अरविंद केजरीवाल? आप क्या है. क्या यह ऐसी पार्टी है जिसकी तुलना कांग्रेस या बीजेपी से की जा सकती है.”