टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की भारतीय अर्थव्यवस्था पर हालिया टिप्पणी पर कहा कि राजन ने क्या कहा, यह उनकी राय है, लेकिन दुनिया भर की संस्थाएं कह रही हैं कि भारत की ग्रोथ सात से आठ प्रतिशत रहेगी. रघुराम राजन ने तो ये भी कहा था कि मुद्रा लोन में एनपीए हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अगले तीन-चार साल में भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में भी उनके विचार बदलेंगे.
आपको बता दें कि रघुराम राजन ने राहुल गांधी से बातचीत में कहा था कि भारत का निर्यात थोड़ा धीमा हो रहा है. भारत की मुद्रास्फीति की समस्या भी विकास के लिए नकारात्मक होने जा रही है. महामारी समस्या का हिस्सा थी और महामारी से पहले अर्थव्यवस्था धीमी हो रही थी. हमने वास्तव में ऐसे सुधार नहीं किए हैं, जो विकास उत्पन्न करेंगे.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने प्रगति की है. भारत एक मज़बूत शक्ति के रूप में उभरा है. नवंबर के निर्यात के आंकड़े आए हैं, जो बहुत उत्साहवर्धक हैं. पिछले एक महीने के आंकड़ों को देखें तो दुनिया में कई देश मंदी का सामना कर रहे हैं. उत्पादन और निर्यात की दृष्टि से भारत ने बहुत अच्छा किया है. 10.79% की निर्यात में बढ़ोतरी हुई. उत्पादन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए पीएम मोदी ने कई कदम उठाए हैं.
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारत के आलोचक भी मान रहे हैं कि अर्थव्यवस्था जिस तेज़ी के साथ बढ़ रही है, उसके बाद अनुमान है कि 2027 तक भारत तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. पिछले आठ साल में निर्यात में 55% की बढ़ोतरी हुई. इंफ़्रा पर काम हुआ है. बिजली उत्पादन में बड़ी प्रगति. साढ़े चार सौ प्रतिशत निवेश इंफ़्रा में बढ़ा. ईज ऑफ डुइंग बिज़नेस में सुधार आया. देश में सुरक्षा और स्थायित्व का माहौल बना. इससे विदेशी निवेश बढ़ा. मोदीजी ने कूटनीतिक संबंधों को प्रगाढ़ किया. भारत manufacturing hub export destination बन रहा है. भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है.
चीन के साथ व्यापार घाटे पर गजेंद्र सिंह ने कहा, “हमने जब पीएलआई स्कीम बनाई तो फ़ार्मास्यूटिकल्स में हमने ज़ोर दिया. एपीआई की जितनी डिमांड है, हमें आयात करना ही होता है. मोबाइल एक्सपोर्ट कर रहे हैं, लेकिन उसके कंपोनेंट आयात कर रहे हैं. हम वैल्यू एडिशन करके पूरी दुनिया को एक्सपोर्ट कर रहे हैं.