टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
हमारे रहन-सहन और खानपान का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। इन दिनों तेजी से बदलती लाइफस्टाइल की वजह से हमारे शारीरिक और मानसिक विकास पर काफी प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भी हमारे लिए हानिकारक साबित हो सकती है। इन दिनों कई सारी समस्याएं आम हो चुकी हैं। किडनी स्टोन भी इन्हीं समस्याओं में से एक हैं। बीते कुछ समय से किडनी में स्टोन की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। गलत खानपान और आदतों की वजह से हमें इस समस्या का सामना करना पड़ता है। मेडिकल की भाषा में नेफ्रोलिथियासिस या फिर यूरोलिथियासिस कही जाने वाली इस समस्या की समय से पहचान कर इलाज कराने से काफी फायदा मिलता है।क्या है किडनी स्टोन की समस्या
किडनी स्टोन से पीड़ित व्यक्ति को गुर्दे या किडनी में पथरी हो जाती है। यह एक दर्दनाक समस्या होती है, जो किसी को भी हो सकती है। जब शरीर में किडनी की समस्या होती है, तो इस अवस्था में यूरिन गाढ़ा हो जाता है, जिसमें यूरिन में मौजूद मिनरल्स क्रिस्टल में परिवर्तित हो जाते हैं और एक-दूसरे से चिपक जाते हैं। आसान भाषा में कहे तो किडनी स्टोन सीधे तौर पर हमारे यूरिन मार्ग को प्रभावित करती है।
किडनी स्टोन के प्रकार
स्ट्रवाइट स्टोन
कैल्शियम स्टोन
सिस्टीन स्टोन
यूरिक एसिड स्टोन
किडनी स्टोन के लक्षण
यूरिन से दुर्गंध आना
यूरिन के साथ खून आना
बुखार के साथ उल्टी आना
यूरिन मार्ग में इंफेक्शन होना
सामान्य से अधिक पेशाब लगना
यूरिन पास करते समय दर्द होना
किडनी स्टोन के कारण
शरीर में पानी की कमी
अक्सर हमारी लापरवाही की वजह से ही हमें कई समस्याओं का शिकार होना पड़ता है। पानी हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से सिर्फ हमारा शरीर हाइड्रेट रहता है, बल्कि इससे किडनी स्टोन की समस्या का खतरा भी कम हो जाती है। दरअसल, शरीर में पानी की कमी अक्सर किडनी स्टोन हो सकता है।
दवाइयों का सेवन
कई तरह की दवाइयों का सेवन करने से भी कई बार किडनी स्टोर की समस्या हो सकती है। खासतौर पर एचआईवी के ट्रीटमेंट के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली दवाईयों से किडनी स्टोन होने की संभावना बढ़ जाती है।
पुरानी बीमारियां
अक्सर पुरानी बीमारियां भी किडनी स्टोन की वजह बन सकती हैं। दरअसल, सिस्टिक फाइब्रॉइड्स, इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज और ट्यूबलर एसिडोसिस जैसी बीमारियों की वजह से भी किडनी की समस्या हो सकती है।
एस्ट्रोजन की कमी
महिलाओं में एस्ट्रोजन नामक एक हार्मोन पाया जाता है। जिन महिलाओं में इस एस्ट्रोजन की कमी पाई जाती है, उनमें किडनी स्टोन होने की आशंका काफी ज्यादा होती है। इसके अलावा जिन महिलाओं की ओवरी निकल चुकी हैं, ऐसी महिलाओं में भी इसका खतरा बना रहता है।