टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
गुजरात के सभी स्कूलों में स्कूल प्रबंधन बोर्ड ने सरस्वती की मूर्ति लगाने की मांग की है। स्कूल प्रबंधन बोर्ड ने इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है। स्कूल प्रबंधन बोर्ड का कहना है कि पुराणों में देवी-देवताओं का प्रमुख स्थान है। मां सरस्वती को विद्या की देवी कहा जाता है।
क्या कहा स्कूल प्रबंधन बोर्ड ने?
स्कूल प्रबंधन बोर्ड का कहना है कि स्कूलों में सरस्वती का मंदिर है और अगर वहां उनकी मूर्ति स्थापित कर दी जाए तो स्कूल का माहौल बदल जाएगा। यदि छात्र सरस्वती के दर्शन कर कक्षा में जाते हैं तो उन्हें पढ़ाई में बहुत लाभ मिलेगा। इसलिए विद्यालय भवन के प्रवेश द्वार पर ही ढाई से तीन फीट ऊंची सरस्वती की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए।
सरकार से विशेष अनुदान की मांग की
साथ ही स्कूल प्रबंधन बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि मूर्ति रखना और धार्मिक शिक्षा देना दो अलग-अलग बातें हैं। यहां किसी नियम का उल्लंघन नहीं है। हालांकि, स्कूल प्रबंधन बोर्ड ने अल्पसंख्यक स्कूल संचालकों को इससे बाहर रखा है, साथ ही उन्होंने इसका निर्णय लेने के लिए उन्हें ही कहा है। इतना ही नहीं स्कूल प्रबंधन ने इस संबंध में सरकार से विशेष अनुदान की भी मांग की है।