टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
गुजरात में जरूरत पड़ने पर कम से कम एक लाख बिस्तर और वेंटिलेटर वाले 15,000 आईसीयू को कोविड-19 रोगियों के उपयोग के लिए परिवर्तित किया जा सकता है. राज्य ने मंगलवार को विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं में आयोजित एक मॉक ड्रिल (छद्म अभ्यास) के दौरान परिचालन तत्परता की समीक्षा की. वहीं, हैदराबाद में तेलंगाना के चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. रमेश रेड्डी ने कहा कि राज्य कोविड-19 की स्थिति से निपटने के संदर्भ में पूरी तरह तैयार है.
कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एहतियाती उपायों के तहत सभी कोविड-19 अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने को कहा है.गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि गुजरात ने एक व्यापक योजना तैयार की है और महामारी के मोर्चे पर किसी भी घटना की स्थिति में मौजूदा स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की तैयारियों की समीक्षा की है.
मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि कोवैक्सीन और कोविशील्ड टीकों की 12 लाख खुराक प्राप्त करने के लिये नया ऑर्डर दिया है. दवाओं की खेप प्राप्त होने के बाद सरकार बूस्टर खुराक देने के लिए एक नया अभियान भी शुरू करेगी. पटेल ने गांधीनगर सिविल अस्पताल में तैयारियों की समीक्षा की और कहा कि गुजरात भर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों, जिला और उप-जिला अस्पतालों सहित स्वास्थ्य सुविधाओं में एक मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जहां कोविड-19 से निपटने के लिए स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का निर्माण किया गया है.
पटेल ने कहा, “आज, हमारे पास एक लाख पांच हजार बिस्तर हैं जिन्हें तुरंत बदला जा सकता है (कोविड-19 रोगियों के उपयोग के लिए). फिर हमारे पास 15,000 वेंटिलेटर और इतने ही आईसीयू उपलब्ध हैं. यदि हमें उपलब्ध व्यवस्थाओं को समाप्त करने के बाद नई व्यवस्था की आवश्यकता होगी, तो हम इसे आवश्यकता के अनुसार बनाएंगे.” उन्होंने कहा कि बूस्टर खुराक लेने के लिए लोगों का उत्साह कम होने के बाद राज्य ने कोविडरोधी टीके की खुराक का ऑर्डर देना बंद कर दिया था. राज्य ने एक बार फिर केंद्र से कोविशील्ड और कोवैक्सीन की 12 लाख खुराक का ऑर्डर दिया है और एहतियाती खुराक के लिए नए सिरे से अभियान शुरू करेगी.