टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
चीन में कोरोना को कंट्रोल (Corona Control) करने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में बार-बार लॉकडाउन लगाया जा रहा है. ऐसे में दुनिया में Apple iPhone की सबसे बड़ी फैक्ट्री Foxconn जो Zhengzhou शहर में स्थित है, वहां के कर्मचारियों ने हिंसक प्रदर्शन किया है. फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर इतने गुस्से में थे कि उन्होंने फैक्ट्री में लगे कैमरे को भी तोड़ दिया. आईफोन फैक्ट्री में हुए हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ के बाद Apple के प्रमुख सप्लायर फॉक्सकॉन ने गुरुवार को माफी मांगी. कंपनी ने कहा कि कोरोना से प्रभावित चीन में नए श्रमिकों की भर्ती एक तकनीकी गलती थी. इसके साथ ही कंपनी ने कहा है कि वह मजदूरों की पूरी मांगों को सुनेंगे और उन्हें पूरा करने की पूरी कोशिश करेंगे.
किन कारणों से हुआ आईफोन फैक्ट्री हुआ प्रदर्शन
आपको बता दें कि बुधवार यानी 23 नवंबर 2022 को चीन के Zhengzhou शहर में आईफोन प्लांट (iPhone Factory) में सैकड़ों श्रमिकों ने एक साथ प्रदर्शन शुरू कर दिया था. कर्मचारी इतने गुस्से में थे कि उन्होंने निगरानी कैमरों को भी तोड़ दिया. यह प्रदर्शन अपने आप में ही खास है क्योंकि इस चीन में इस तरह के विरोध प्रदर्शन बहुत कम देखने को मिलती हैं. कर्मचारी सैलरी न मिलने और कोरोना के कारण सख्त लॉकडाउन के कारण गुस्से में थे. इसके साथ ही उन्होंने Apple के प्रमुख सप्लायर कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) पर भी कोरोना को लेकर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई वीडियो
आईफोन की इस फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल हो रहा है. इन वीडियो में मजदूरों ने आरोप लगाया है कि फॉक्सकॉन मजदूरों को उनका बोनस सही समय पर नहीं दे रही है. इसके साथ ही कोरोना को लेकर उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि पिछले कुछ दिनों में फैक्ट्री में कई नए मजदूर लाए गए हैं और उनमें से कई कोरोना पॉजिटिव हैं. ऐसे में कई स्वस्थ मजदूरों को कोविड पॉजिटिव मरीजों के साथ रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है. ऐसे में अगर यह सभी दावे सच है तो इससे चीन की कोविड पॉलिसी का दोहरा चेहरे की पोल खुल रही है.
20,000 कर्मियों नहीं कर रहे काम
रायटर्स की खबर के अनुसार Zhengzhou की फैक्ट्री में सप्लाई का काम करने वाली फॉक्सकॉन (Foxconn) ने हाल में फैक्ट्री में करीब 20,000 मजदूरों की नियुक्ति की थी. इसमें से ज्यादातर मजदूर फिलहाल काम नहीं कर रहे हैं. फॉक्सकॉन ने इस पूरे मामले पर माफी मांगते हुए कहा कि वह मजदूरों की सभी डिमांड को सुन रहा है और उसे जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश कर रहा है.