डेंगू के तेजी से बढ़ते मामलों ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौजूदा समय में हर सप्ताह पिछले हफ्ते से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। बीते एक हफ्ते में डेंगू के 314 नए मामले दर्ज किए गए हैं। उसके पहले हफ्ते में 254 मामले दर्ज किए गए थे। इस साल डेंगू के कुल मामले बढ़कर 1,572 हो गए हैं, जो पिछले साल मौजूदा समय तक दर्ज हुए मामलों से काफी ज्यादा हैं।
डेंगू के बढ़ते मामले इस बात के संकेत हैं कि यदि एमसीडी और दिल्ली के नागरिकों ने मच्छरों की पैदावार को कम करने के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई तो स्थिति पिछले साल से ज्यादा भयावह हो सकती है। पिछले साल दिल्ली में डेंगू के 9,613 मामले दर्ज किए गए और 23 लोगों की इसकी वजह से मौत हो गई थी। इसके अलावा मलेरिया के भी 167 व चिकनगुनिया के 89 मामले दर्ज किए गए। इस साल मलेरिया के मामले अभी से ही पिछले साल के कुल मामलों से ज्यादा हैं। इस साल मलेरिया के कुल मामले 182 तक पहुंच गए हैं।
दिल्ली में पिछले साल करीब 71 फीसदी से अधिक मामले एक अक्तूबर से 31 दिसंबर के बीच ही दर्ज किए गए। इस साल अक्तूबर में ही भारी संख्या में लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। एमसीडी की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल पूरे अक्तूबर में जहां डेंगू के 1,196 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं इस साल अक्तूबर में केवल 12 दिन में ही 635 मामले दर्ज किए गए हैं।
दक्षिणी दिल्ली में डेंगू के सर्वाधिक मामले
मौजूदा समय दिल्ली का दक्षिणी हिस्सा डेंगू से बुरी तरह प्रभावित है। एमसीडी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल भी इस क्षेत्र में सर्वाधिक 62 मामले दर्ज किए गए थे। इस साल अब तक 120 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। बीते एक हफ्ते में इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा 29 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद मध्य और नजफगढ़ क्षेत्र में 25-25 मामले आए हैं। इसके बाद करोलबाग, केशवपुरम, नरेला व बाकी क्षेत्रों का नंबर है। मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले भी सभी 12 जोनों में हर हफ्ते तेजी से बढ़ रहे हैं।