दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों का एक सर्वे प्रकाशित हुआ है। इस सर्वे में पाकिस्तान को भारत से ज्यादा सुरक्षित देश बताया गया है। गैलप लॉ एंड ऑर्डर इंडेक्स के इस सर्वे में 121 देशों की सूची में भारत 60वें नंबर पर है। इस सर्वे में देशों को 1 से लेकर 100 का स्कोर दिया गया है, जो देश 80 से ज्यादा का स्कोर किए हैं, उन्हें दुनिया का सबसे सुरक्षित देश माना गया है। इस लिस्ट में सिंगापुर 96 के स्कोर के साथ शीर्ष पर काबिज है, जबकि अफगानिस्तान 51 के साथ सूची में सबसे नीचे है। सिंगापुर के बाद ताजिकिस्तान, नॉर्वे, स्विटजरलैंड और इंडोनेशिया को शीर्ष पांच में स्थान दिया गया, जबकि दक्षिण अमेरिका में वेनेजुएला और अफ्रीका में सिएरा लियोन, कांगो और गैबॉन निचले पांच देशों में शामिल हैं। हालांकि, इस सर्वे पर सवाल भी उठ रहे हैं।पाकिस्तान को इस सूची में 82 के स्कोर के साथ 42वें नंबर पर रखा गया है। लाओस, सर्बिया, ईरान और न्यूजीलैंड के भी पाकिस्तान के बराबर ही नंबर और रैंकिंग है। वहीं, भारत 80 के स्कोर के साथ 60वें नंबर पर है। पाकिस्तान से ठीक ऊपर अमेरिका, इटली और जर्मनी जैसे अति सुरक्षित होने का दावा करने वाले देश हैं। इन तीनों देशों के 83 स्कोर हैं। जबकि, ऑस्ट्रेलिया ने 84 और कनाडा ने 87 का स्कोर किया है। इससे बड़ी विडंबना क्या होगी कि ब्रिटेन को 79 के स्कोर के साथ पाकिस्तान और भारत से भी नीचे रखा गया है। इस लिस्ट में रूस को 77 नबंर दिया गया है, जो विकसित देशों की लिस्ट में सबसे नीचे है।इस सर्वे में भारत को पाकिस्तान से भी नीचे रखा गया है। भारत की बराबरी के देशों में इराक और श्रीलंका शामिल हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि सर्वे करने वाली टीम को पाकिस्तान में कौन सी सुरक्षा दिखी। क्या उन्हें पाकिस्तान में चरम पर आतंकवादी और उग्रवादी गतिविधियां नहीं दिखीं। खुद पाकिस्तानी मंत्री ने देश की संसद में यह स्वीकार किया है कि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में बढ़ रही हिंसा और कुछ नहीं बल्कि आतंकवाद है। जन्नत कही जाने वाली स्वात घाटी में टीटीपी आतंकवादियों का बोलबाला काफी बढ़ा है। ऐसे में पाकिस्तान को किस आधार पर भारत से सुरक्षित देश घोषित किया जा सकता है।
गैलप ने कैसे किया सर्वे
सर्वेक्षण में पाया गया कि दुनिया भर में 10 में से सात लोग रात में अकेले चलने में सुरक्षित महसूस करते हैं जहां वे रहते हैं। उन्हें अपनी स्थानीय पुलिस पर भरोसा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मिलाकर, सुरक्षा मेट्रिक्स 2020 और 2021 के बीच स्थिर रहे हैं। वार्षिक गैलप सर्वेक्षण ने 122 से अधिक देशों और क्षेत्रों में 2021 और 2022 की शुरुआत में 15 वर्ष से अधिक उम्र के लगभग 1,27,000 लोगों का इंटरव्यू किया गया। प्रत्येक देश में, लगभग 1000 लोगों ने टेलीफोन या आमने-सामने बैठकर सर्वे में शामिल सवालों का जवाब दिया।