टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने रविवार (27 नवंबर) को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) की पूर्व सीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चाहे कितने भी सैनिक तैनात किए जाएं, जब तक कश्मीर मुद्दा हल नहीं हो जाता तब तक सरकार सकारात्मक परिणाम नहीं देख पाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि हम देश को बीजेपी का भारत नहीं बनने देंगे.
पीडीपी प्रमुख श्रीनगर में पार्टी के युवा सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी को बताना चाहती हूं कि जब हमलावर पाकिस्तान से आए थे, तब तक भारतीय सेना नहीं आई थी, लोगों के हाथों में बंदूकें नहीं थीं, लेकिन फिर भी उन्होंने हमलावरों को खदेड़ दिया. इसलिए हमलावर मत बनो क्योंकि कश्मीरी जानते हैं कि उन्हें कैसे खदेड़ना है.
“गांधी-नेहरू के भारत की बात करती हूं”
मुफ्ती ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के भारत का जिक्र करते हुए कहा कि वह उस भारत की बात करती हैं जिसे नेहरू के पड़पोते राहुल गांधी खोज रहे हैं. महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा कि कश्मीरी लोग पूछते हैं कि मैंने किस देश में विलय किया और क्यों? मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि जब हिंदू और मुसलमान धर्म के नाम पर लड़ रहे थे, तो कश्मीर ही एकमात्र ऐसी जगह थी, जहां बहुसंख्यक मुसलमानों ने कश्मीरी पंडित, हिंदू और सिख को बचाया था.
उन्होंने कहा कि मैं आज के भारत की बात नहीं कर रही हूं, लेकिन उस भारत की बात कर रही हूं जिसे महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी और जवाहर लाल नेहरू के प्रपौत्र राहुल गांधी आज खोज रहे हैं. मैं उस भारत की बात करती हूं जिसे नेहरू और गांधी ने एक साथ बनाया था.
“बीजेपी का भारत नहीं बनने देंगे”
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि कश्मीर अपने संविधान के माध्यम से भारत से जुड़ा हुआ है, लेकिन आपने (बीजेपी) संविधान को नष्ट कर दिया है. भारत बीजेपी का नहीं है. जब तक आप कश्मीर मुद्दे को हल नहीं करते हैं, तब तक आपको यहां कोई परिणाम नहीं दिखेगा. चाहे आप यहां कितने भी सैनिक भेज दें. हम इसे बीजेपी का भारत नहीं बनने देंगे. अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव कराने के लिए केंद्र पर निशाना साधते हुए मुफ्ती ने केंद्र के शीर्ष नेतृत्व से पंचायत चुनाव लड़ने के लिए कहा.
“केंद्र का शीर्ष नेतृत्व पंचायत चुनाव लड़े”
उन्होंने कहा कि हमने आपके साथ संविधान का रिश्ता स्थापित किया, जिसे आपने नष्ट कर दिया. आपने हमारे सम्मान के साथ खिलवाड़ किया. यह काम नहीं करेगा. यदि पंचायत चुनाव इतने अच्छे हैं, तो आप शीर्ष पदों पर क्या कर रहे हैं? नीचे पंचायत में आओ. अगर आप पूरी दुनिया से कहते हैं कि आपने जम्मू-कश्मीर की विधानसभा और संविधान को खत्म कर दिया, लेकिन पंचायत चुनाव कराए, तो शीर्ष पदों से हट जाएं और पंचायत चुनाव लड़ें. अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 और 35ए के रूप में राज्य का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के लगभग एक साल बाद 2020 में पंचायत चुनाव हुए थे.