रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं. सोमवार (10 अक्टूबर) को यूक्रेन की राजधानी कीव (Kyiv) समेत कई शहरों पर रूसी सेना ने मिसाइल से हमला किया. इस हमले में आठ नागरिकों की मौत हो गई और कई अन्य जख्मी हो गए. रूस ने इससे पहले 26 जून को कीव पर हमला किया था.
इन हमलों के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन पर रूस का हमला उसके आतंकी कृत्यों के जवाब में किया गया है. यूक्रेन की स्पेशल फोर्स ने पिछले हफ्ते क्रीमिया में एक नागरिक पुल को उड़ा दिया था. जिसकी प्रतिक्रिया में रूस ने यूक्रेन को बुरे अंजाम की धमकी दी थी.
जी7 की आपात बैठक?
वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलादिमी जेलेंस्की ने कहा कि हम आतंकवादियों से निपट रहे हैं. यूक्रेन के शहरों पर दर्जनों मिसाइलें दागी गई हैं. जेलेंस्की ने जर्मनी के चांसलर ओलोफ शुल्ज़ से भी फोन पर बात की. शुल्ज़ G-7 की अध्यक्षता कर रहे हैं.
रूस की कार्रवाई के बाद G7 की आपात बैठक मंगलवार (11 अक्टूबर) को बुलाई गई है. बैठक में जेलेंस्की भी संबोधित करेंगे. साथ ही जेलेंस्की ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों से भी फोन पर बात की है और एयर डिफेंस उपकरण मांगे हैं.
जेलेंस्की ने कहा कि हमलों में खास तौर पर ऊर्जा स्टेशनों को निशाना बनाया गया है. दहशत और अराजकता फैलाने की कोशिश है. रूस हमारी ऊर्जा प्रणाली को नष्ट करना चाह रहा है.
क्रीमिया में हमले के बाद क्या बोले पुतिन?
क्रीमिया में हुए हमले के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन को चेतावनी देते हुए कहा था कि क्रीमिया ब्रिज पर हुआ विस्फोट एक आतंकवादी घटना है. इस हमले के पीछे यूक्रेन के विशेष बल जिम्मेदार है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनको उनके इस काम का सुनिश्चित जवाब मिले. हमारी प्रतिक्रिया कठोर होगी.
रूस ने कई शहरों को बनाया निशाना
पुतिन के इस बयान के बाद ही रूस ने यूक्रेन के कई शहरों को निशाना बनाते हुए 75 से अधिक मिसाइलें दागी. पुतिन ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमने यूक्रेन के उर्जा भंडार, सैन्य स्थानों और संचार सुविधाओं पर हमला किया है.
क्रेमलिन ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन में उनकी सेनाओं द्वारा लॉन्च किये गये एक विशाल मिसाइल साल्वो यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान ढांचे के भीतर था. इन हमलों पर यूरोपीय संघ ने कहा था कि रूस का यूक्रेन के नागरिकों पर हमला युद्ध अपराध की श्रेणी में आता है.