टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
रोज 8 ग्लास पानी पीना चाहिए। कई लोगों से इस तरह की सलाह मिलना आम बात है, लेकिन क्या सच में हमारे शरीर को रोज इतने पानी की जरूरत होती है? हाल ही में 23 देशों में की गई एक रिसर्च में सामने आया है कि यह सलाह वैज्ञानिक नजरिए से सही नहीं है।कुछ लोगों को रोज 2 लीटर की जगह सिर्फ 1.5 से 1.8 लीटर पानी पीने की ही जरूरत होती है। शरीर की पानी से जुड़ी आधी से ज्यादा जरूरत खाने की चीजों, चाय और कॉफी आदि से पूरी हो जाती है। ऐसे में रोज 8 ग्लास पानी पीने पर जोर नहीं देना चाहिए।
रिसर्चर्स ने इसके लिए 8 से लेकर 96 साल तक के 5 हजार से ज्यादा लोगों पर वैज्ञानिक तरीके से स्टडी की। इसके नतीजे साइंस जर्नल में प्रकाशित हुए हैं। इसमें सामने आया कि सभी इंसानों में पानी की जरूरत अलग-अलग होती है। एक इंसान के रहने की जगह, मौसम, तापमान, ऊंचाई, नमी जैसे फैक्टर्स पानी की जरूरत निर्धारित करते हैं।व्यक्तिगत स्तर पर इंसान के काम, जेंडर, उम्र, वजन और फिटनेस से पानी की जरूरत प्रभावित होती है। 20 से 30 साल के पुरुषों, खिलाड़ियों और शारीरिक मेहनत करने वाले लोगों को पानी की ज्यादा जरूरत होती है। औद्योगिक देशों की तुलना में विकासशील देशों के किसानों में पानी की जरूरत ज्यादा है।
इसी तरह ज्यादा तापमान वाले देशों में रहने वाले लोगों में भी पानी की जरूरत ज्यादा होती है। गर्भवती और दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी ज्यादा पानी की जरूरत होती है। हालांकि कई लोग प्यास लगने पर ही पानी पीते है।प्रोफेसर जॉन स्पीकमैन कहते हैं कि ज्यादा पानी पीने से कोई नुकसान नहीं होता है, लेकिन अगर ब्रिटेन के 4 करोड़ एडल्ट्स रोज जरूरत से आधा लीटर ज्यादा पानी पिएंगे तो हर दिन 200 लाख लीटर ज्यादा साफ पानी की जरूरत पड़ेगी।