टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ, अनुष्ठान और मांगलिक कार्यों के दौरान हवन कराना महत्वपूर्ण होता है. हवन की प्रथा ऋषि-मुनि के समय से ही चली आ रही है. हवन कराने से पूजा सफल होती है और घर पर सकारात्मकता का वास होता है.
हवन कराने के एक तरह से घर की शुद्धि भी होती है. क्योंकि हवन के दौरान हवनकुंड में महत्वपूर्ण पूजा सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है. लेकिन हवन के बाद बची हुई राख, भस्म या विभूति को लोग जल में प्रवाहित कर देते हैं. ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि हवन की अग्नि ही नहीं बल्कि हवन के राख के भी कई लाभ हैं. इससे आपकी कई समस्याएं दूर हो सकती है. इसलिए हवन के बाद हवन की विभूति को संभाल कर रखें.
हवन विभूति के लाभ
नकारात्मक ऊर्जा होती है दूर- हवन कराने से घर पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. तो वहीं हवन की विभूति से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. आप हवन के भस्म को घर या दुकान के चारों और छिड़के इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
नजरदोष के लिए प्रभावी- नजर उतारने के लिए भी हवन के भस्म को प्रभावी माना जाता है. हवन के भस्म को व्यक्ति के सिर से पैर तक 7 बार उतारें और फिर इसे किसी पौधे में डाल दें. ऐसा करने से बुरी नजर का दोष दूर हो जाता है.
डरावने सपने नहीं आते- बहुत लोगों को रात में सोते समय डरावने सपने आते हैं, जिससे नींद में बाधा उत्पन्न होती है और व्यक्ति डरा हुआ रहता हैं. इसके लिए आप हवन के भस्म का टीका प्रतिदिन माथे पर लगाएं. इससे बुरे सपने नहीं आते और भय भी दूर होता है.
आर्थिक लाभ के लिए- हवन के भस्म से पैसों से जुड़ी समस्या भी दूर होती है. हवन की विभूति या भस्म को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या पैसे वाले स्थान पर रखने से घर पर बरकत बनी रहती है.