कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकीहोली ने बुधवार को ‘हिंदू’ शब्द की उत्पत्ति पर दिया अपना विवादित बयान वापस ले लिया। जामखंडी से विधायक जारकीहोली ने कहा कि कुछ लोग उनके बयानों को तोड़ मरोड़ कर उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को लिखे पत्र में उन्होंने अपने बयान को वापस लेने और माफी मांगने की बात कही। साथ ही उन्होंने अनुरोध किया कि राज्य सरकार उनके द्वारा दिए गए बयानों की जांच करे। उन्होंने कहा, “6 नवंबर को निप्पनी में मानव बंधुत्व वेदिके द्वारा आयोजित एक रैली में, मैंने कहा था कि हिंदू शब्द फारसी मूल का है। मैंने सवाल उठाए कि यह भारत में कैसे आया। मैंने कहा था कि, कई लेखकों के लेखों में, इस शब्द के ऐसे अर्थ हैं जिन्हें बहुत बुरा माना जा सकता है। मैंने कहा था कि इस मुद्दे पर बहस की जरूरत है।”
उन्होंने कहा, “मेरे बयान विकिपीडिया के लेखों, शब्दकोशों और इतिहासकारों के लेखन पर आधारित थे। हालांकि, कुछ निहित स्वार्थी लोग मुझे हिंदू विरोधी के रूप में चित्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे बदनाम करने और मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने की सुनियोजित साजिश है। मैं अपना बयान वापस ले रहा हूं और इस आशय से खेद व्यक्त कर रहा हूं कि जनता के मन में भ्रम पैदा नहीं किया जाना चाहिए।” पत्र में, उन्होंने हिंदू शब्द की उत्पत्ति और उनके बयान पर भ्रम पैदा करने के प्रयासों की आधिकारिक जांच की भी मांग की। उन्होंने सीएम से उन्हें बदनाम करने की साजिश की जांच के लिए एक समिति गठित करने का भी अनुरोध किया।
‘हिंदू’ शब्द की उत्पत्ति ईरान से होने और इसका मतलब ‘अश्लील’ होने की टिप्पणी करने को लेकर उन्हें अपनी पार्टी से भी आलोचाना का सामना करना पड़ा था। इससे पहले पूर्व मंत्री जारकीहोली ने मंगलवार को माफी मांगने से भी इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था, ‘‘मैंने जो कुछ कहा है, 90 प्रतिशत लोगों ने संभवत: इसे पूरी तरह से नहीं सुना होगा। महज इसलिए कि हिंदू शब्द का संदर्भ दिया गया है और जैसा कि मैंने कहा है कि इसका अश्लील मतलब होता है, उन्होंने अपने-अपने अनुसार इसकी व्याख्या कर दी। और इस तरह की चीजें अतीत में कई बार हुई हैं।’’
जारकीहोली ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा था कि हिंदू शब्द की उत्पत्ति ईरान से हुई है और इसके साक्ष्य हैं तथा 1963 में प्रकाशित शब्दकोश का हवाला देते हुए कहा कि इसका अर्थ अश्लील होता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जो कुछ कहा है वह मेरे विचार नहीं हैं और मैंने कहा है कि इस पर चर्चा होने दीजिए। यही मेरा उद्देश्य है लेकिन लोगों ने जैसा चाहा, वैसी व्याख्या की। मैं साक्ष्य के साथ चर्चा करने के लिए तैयार हूं…यदि कोई मुझे गलत साबित कर देगा तो, मैं विधायक के तौर पर इस्तीफा दे दूंगा।’’