टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
जैसे हम आप जमीन पर बड़ी आसानी से घूमते हैं, अपना कामकाज करते हैं ठीक उसी तरह से समंदर के भीतर भी एक दुनिया पलती है। इंसान समंदर की गहराइयों में ‘खेती’ करते हैं। चौंकिए मत, ये हल जोतने वाले किसान नहीं होते हैं। पेट पालने के लिए ये लोग सी-फूड की तलाश में समुद्र की तलहटी खोदते हैं। आपको शायद लगे कि पूल में डाइव तो हम भी लगाते हैं लेकिन जरा सोचिए आप पानी के भीतर कितनी देर तक सांसें थामे रह सकते हैं। कुछ सेकेंड या मुश्किल से 1 मिनट। आपको जानकारी हैरानी होगी कि ये अजूबे इंसान (Bajau Community) 200 फीट की गहराई में 5 से 13 मिनट तक पानी के अंदर रह सकते हैं। ये कहानी है एक जनजाति की। दुनिया उन्हें बजाऊ समुदाय कहकर पुकारती है। उनके लिए चमचमाती सड़कें, इंटरनेट, मोबाइल जैसी मॉडर्न चीजों का कोई मतलब नहीं है। ये आज भी बरसों पुराने तरीके से अपना गुजर-बसर कर रहे हैं।
पुतली से टूटकर आंख में बाल चला जाए तो लोग टब या पानी से भरी बाल्टी में अपना चेहरा डालकर आंखें खोलते हैं। लेकिन जैसे ही आपको सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगती है आपका शरीर ऊपर की तरफ भागने लगता है। ऐसे समय में हार्ट रेट कम हो जाता है और शरीर में कई बदलाव देखने को मिलते हैं जिससे ऑक्सीजन की कमी होने पर ऊर्जा को बचाया जा सके। लेकिन पानी के भीतर बड़े आराम से घूमने वाले इन लोगों को क्या कहेंगे, जिनकी डाइविंग कमाल की है। इनकी पीठ पर कोई ऑक्सीजन सिलेंडर भी नहीं होता है। यह समुदाय मूल रूप से फिलीपींस के आसपास के इलाकों में समुद्र में रहता है। ये जमीन पर बहुत ही कम दिखते हैं। लोग इन्हें समुद्र के बंजारे भी कहते हैं। इनके पास किसी देश की राष्ट्रीयता नहीं है। शादी के समय ये काफी चमक-धमक वाले कपड़े पहनते हैं, बाकी समय तो ऐसे ही रहना है।
The Indonesian “Sea Nomads” can hunt underwater for up to 13 minutes at a time and go to depths of 70 metres. But how do they do it? https://t.co/qpCNvJ8DF9 pic.twitter.com/ei1SsiGNIh
— SBS News (@SBSNews) April 20, 2018