टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
सड़कों पर चल रहे लोगों को सुचारू रूप से एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने में ट्रैफिक लाइट्स का बड़ा रोल होता है. आज हम उसी ट्रैफिक लाइट के बारे में एक दिलचस्प जानकारी लेकर आए हैं. आपने अक्सर अपने आसपास के सड़कों-चौराहों पर देखा होगा ट्रैफिक सिग्नल खंभों पर लगा होता है. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में एक ऐसा देश है जहां ट्रैफिक सिग्नल खंभों पर नहीं बल्कि सड़क पर चल रहे लोगों के पैरों के नीचे लगा रहता है. ऐसा करने के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है. आज हम आपको वही कहानी बताएंगे.
कहां लगी है पैरों के नीचे ट्रैफिक लाइट्स
पैरों के नीचे ट्रैफिक लाइट्स कहीं और नहीं बल्कि दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में लगी हैं. दरअसल, यहां एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत सड़कों पर लगे खंभों पर नहीं, बल्कि जमीन पर ट्रैफिक लाइट्स लगाई गई हैं.
वीडियो में आप देख पा रहे होंगे कि कैसे सड़कों पर चल रहे लोगों के पैरों के पास लाल पीली हरी बत्तियां जल रही हैं. यह वीडियो ट्वीट किया है बिजनेसमैन श्रीनिवास डेंपो ने. हालांकि, इसमें कोई दो राय नहीं कि सड़कों पर लगी यह लाल, पीली, हरी बत्तियां रोड को और खूबसूरत बना रही हैं.
क्यों लगानी पड़ी पैरों के नीचे ट्रैफिक लाइट्स
साल 2019 में दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत सड़कों के किनारे जमीन पर ट्रैफिक लाइट लगाई गईं. इसे लगाने का उद्देश्य यह था कि लोग जब सड़कों पर चल रहे होते हैं तो वह लगातार अपने फोन में देख रहे होते हैं, जिसकी वजह से सामने खंभों पर लगे ट्रैफिक लाइट को नहीं देख पाते और कई बार इससे एक्सीडेंट हो जाते हैं.
इसी परेशानी को खत्म करने के लिए विशेषज्ञों ने ट्रैफिक लाइट को लोगों के पैरों के पास लगाया था कि जब वह सिर नीचे करके फोन चला रहे हों तब भी उन्हें ट्रैफिक लाइट दिखे. वायरल हो रहा है इस वीडियो में हम देख सकते हैं कि कैसे जब रेड लाइट होती है तो लोग रुक जाते हैं और जैसे ही लाइट ग्रीन होती है लोग चलने लगते हैं.