टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
कोरोना बिल्कुल खत्म नहीं हुआ है, लेकिन कुछ देशों में यह बीमारी ढीली होने लगी है। ऐसे देशों में लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य पाबंदी हट गई हैं। लेकिन, कोरोना पाबंदी हटते ही अस्थमा के अटैक दोगुने हो गए हैं। लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी की स्टडी के मुताबिक, कोरोना पाबंदी हटने के बाद अस्थमा के मरीजों को दोगुने अटैक का सामना करना पड़ रहा है।
स्टडी के मुताबिक 30 करोड़ लोगों पर खतरा
क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी की स्टडी ने बताया कि दुनियाभर में 30 करोड़ लोगों ने कभी न कभी अस्थमा का सामना किया है। ऑब्जर्वेशनल स्टडी करने वाले रिसर्चर्स ने देखा कि ऐसे लोगों में अस्थमा के लक्षण गंभीर हो रहे हैं और उन्हें जानलेवा अस्थमा अटैक का दोगुना खतरा है। ऐसे लोगों को अस्थमा के गंभीर लक्षण और बचाव के तरीके जान लेने चाहिए।
अस्थमा के गंभीर लक्षण कैसे होते हैं?
हेल्थलाइन के मुताबिक, अस्थमा के गंभीर लक्षण सामान्य बीमारी वाले ही होते हैं, बस ये ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं। जैसे-
सांस फूलने की समस्या बढ़ती जाना
सीने में दर्द और जकड़न बढ़ना
बार-बार खांसी आना
इनहेलर लेने के बाद भी आराम ना मिलना
सांस लेने के साथ आवाज आना, आदि
अस्थमा के मरीज कैसे बचें?
अगर आपको जिंदगी में कभी भी अस्थमा हुआ है, तो आपको ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि, कोरोना पाबंदी हटने के बाद बेफिक्र होने से अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में अस्थमा के बचाव के लिए जरूरी टिप्स अपनाएं और मास्क व सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते रहें।
फेफड़ों को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए खाएं ये फूड
हेल्थलाइन के मुताबिक, अस्थमा अटैक से बचने के लिए फेफड़ों को मजबूत बनाना चाहिए। इसके लिए आप डाइट में विटामिन डी देने वाले फूड (सैल्मन मछली, अंडे, दूध), विटामिन ए वाले फूड (गाजर, शकरकंद, पालक, ब्रॉकली), मैग्नीशियम वाले फूड (पालक, कद्दू के बीज, डार्क चॉकेलट), सेब, केला खाना चाहिए।
इन चीजों से रहें दूर
अस्थमा में आपको पेट की गैस बनाने, सल्फाइट्स, सैलिसाइलेट्स, एलर्जी पैदा करने वाली चीजों से दूर रहना चाहिए। अगर आपको दूध से एलर्जी है, तो उससे दूर रहें। वहीं, वाइन, शराब, ड्राई फ्रूट्स, अचार गोभी, प्याज, फ्राइड फूड, कॉफी, चाय आदि को डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं खाना चाहिए।
मौसमी संक्रमण से दूर रहें
हर मौसम में कुछ संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यह बीमारी अस्थमा को गंभीर बना सकती है और अटैक आ सकता है। इसलिए मौसमी संक्रमण से बचने के जरूरी तरीके अपनाएं और एलर्जी बढ़ाने वाली चीजों से दूर रहें।
अपनी सांस पर रखें नजर
अस्थमा अटैक आने पर सबसे पहले सांस में बदलाव शुरू होता है। इसलिए आप अपनी सांस पर ध्यान रखें और अगर आपको लगता है कि गंभीर अस्थमा के लक्षण दिखने शुरू हो गए हैं, तो अस्पताल जाएं। जल्दी पहचान करने पर इसे आसानी से मैनेज किया जा सकता है।
दवा और डॉक्टरी सलाह को ना भूलें
अस्थमा अटैक से बचने के लिए दवा को समय पर लेते रहना चाहिए। वहीं, डॉक्टरी सलाह को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें। जो आपके चिकित्सक ने सावधानी बरतने के लिए कह रखा है, उसे जरूर अपनाएं। इससे अस्थमा अटैक से बचा जा सकता है।