टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच एक ऐसा वीडियो और तस्वीर सामने आई है जिससे पता चलता है कि युद्ध इतना वीभत्स हो गया है कि सैनिक अब एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि यूक्रेनी सैनिकों ने सरेंडर करने वाले रूसी सैनिकों को गोलियों से भून कर मौत के घाट उतार दिया है. रुस ने इस वॉर-क्राइम का नाम दिया है जबकि यूक्रेन ने आरोपों को खारिज किया है.
सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है वो करीब 13 सेकेंड़ का है. इस वीडियो में कुछ सैनिक जमीन पर औंधे मुंह लेटे हुए हैं. फिर एक-एक कर दो सैनिक आते हैं और उल्टा लेटे सैनिकों के करीब वे भी लेट जाते हैं. ये सभी सैनिक रूसी सेना की यूनीफॉर्म पहने हुए हैं. वीडियो में एक जगह यूक्रेन का एक सैनिक भी खड़ा हुआ दिखाई पड़ रहा है.
‘रूस ने बताया-वॉर क्राइम’
वीडियो एक घर के आंगन या फिर किसी अहाते का दिखाई पड़ रहा है. वीडियो वहीं खत्म हो जाता है और फिर एक दूसरी तस्वीर वायरल होती है जहां वे सभी सैनिक खून से लथपथ पर पड़े दिख रहे हैं. इस वीडियो के हवाले से ही रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस वॉर-क्राइम का नाम दिया है. जानकारी के मुताबिक, ये वीडियो विवादित लुहांस्क प्रांत के करीब मवकीक का है जहां रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच जंग चल रही है. रूस का दावा है कि यूक्रेनी सेना की इस बर्बरतापूर्ण कारवाई में 10 रूसी सैनिक मारे गए हैं.
आत्मसमर्पण करने वाले सैनिकों को भी मारी गोली
रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यूक्रेन के सैनिकों ने आत्म-समपर्ण करने वाले रूसी सैनिकों को मौत के घाट उतारा है जो युद्ध के नियमों के विपरीत है. रूस का आरोप है कि युद्ध-बंदियों के साथ इस तरह का व्यवहार मान्य नहीं है. जबकि रूसी सेना का दावा है कि वो आत्मसमपर्ण करने वाले यूक्रेनी सैनिकों के साथ जेनेवा संधि के तहत मानवीय व्यवहार अपनाती है. रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस तरह की बर्बर कारवाई के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपित जेलेंस्की को जिम्मेदार ठहराते हुए इतिहास के कठघरे में ट्रायल होगा. रूस का आरोप है कि यूक्रेनी सेना का ये कोई पहला वॉर-क्राइम नहीं है.