टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
ईरान में सरकार के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन की तपिश अब फीफा विश्व कप तक जा पहुंची है। टूर्नामेंट के पहले मैच में ईरान के खिलाड़ियों ने प्रदर्शन का समर्थन करते हुए नेशनल एंथम गाने से इंकार कर दिया। इंग्लैंड के खिलाफ मैच से पहले ईरान फुटबॉल टीम के कप्तान अलीरेजा जहानबख्श ने कहा कि सभी खिलाड़ी तय करेंगे कि वह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के समर्थन में राष्ट्रगान गाने से मना करेंगे या नहीं। खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में जब ईरान के राष्ट्रगान को बजाया गया तो सभी 11 खिलाड़ी चुप थे।
खिलाड़ी जब मैच के लिए मैदान पर उतरे तो ईरान के सभी 11 फुटबॉलर गंभीर मुद्रा में खड़े थे। सभी खिलाड़ी इस दौरान काफी भावुक भी थे। इस कारण कतर फीफा विश्व कप में और विवाद को जन्म दे दिया है।
क्या है पूरा मामला
दसरअल इसी साल 16 सितंबर को ईरान में 22 साल की महिला महसा अमिनी की पुलिस हिरासत में मौत का मामला सामने आया था। इसके बाद दो महीने से पूरे देश में ईरान की जनता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन पर उतर आई। कुर्द मूल की महसा अमनी को तेहरान से गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के तीन बाद ही उनकी हिरासत में मौत हो गई। उन पर ईरान के अंदर महिलाओं से संबंधित ड्रेस कोड उल्लंघन का आरोप था। ड्रेस कोड के मुताबिक महसा ने हिजाब नहीं पहना था जबकि वहां महिलाओं के लिए यह अनिवार्य है।