टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच लंबे वक्त से चल रहे वर्चस्व की लड़ाई में एक नया मोड़ आया है. दरअसर, गहलोत की कैबिनेट में एक मंत्री सचिन पायलट के समर्थन में आ गए हैं. राजस्थान के पर्यावरण और वन मंत्री हेमाराम चौधरी (Hemaram Chaudhary) ने अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपने बॉस अशोक गहलोत की जगह सचिन पायलट को लाने की जोरदार कोशिश की है.
बाड़मेर जिले की गुड़ामालानी से कांग्रेस के विधायक और कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी सचिन पायलट के पक्ष में खुलकर आ गए हैं. उनका कहना है कि अगर सचिन पायलट को सीएम नहीं बनाया गया, तो आने वाले दिनों में पार्टी को बड़ा नुकसान होगा. 25 सितंबर के जयपुर घटनाक्रम पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई. ये अच्छा संदेश नहीं है.
हेमाराम का कहना है, ‘पार्टी में न्याय होना चाहिए. 25 सितंबर को हुई घटना से पूरा देश वाकिफ है. जनता, सरकार अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है. फैसला आलाकमान को लेना है, हमें नहीं लेना है और जब तक फैसला नहीं होता, तब तक अनिश्चितता का माहौल बना रहेगा.’ मंत्री की मांग है कि 25 सितंबर को जो बैठक बुलाई गई थी वह आलाकमान के कहने पर हुई थी. तो अब आलाकमान इसपर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है. अगर यह न्याय दिलाने में आलाकमान पीछे रह गया तो देर हो जाएगी.
हेमाराम चौधरी ने कहा, ‘मेरी 50 साल की राजनीतिक यात्रा में ऐसी घटना कोई नहीं हुई. ये तो अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक घटना है. अब जांच का कोई विषय नहीं है. सबकुछ सामने हैं. अब देर क्यों की जा रही है ये समझ से परे हैं. अगर हम 23 के चुनाव में जीतने की स्थिति में नहीं है तो हमें सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है.’