टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
दिल्ली की श्रद्धा की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े किए जाने का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। दिल दहला देने वाली ऐसी ही एक घटना बिहार में भी हुई है। कहानी में फर्क केवल इतना है कि बिहार में प्रेमी की हत्या कर शव को टुकड़े-टुकड़े कर फेंक दिए गए थे। श्रद्धा मर्डर केस की तरह बिहार में हुई हत्या के पीछे भी प्रेम-प्रसंग ही था।
पति के साथ मिल की प्रेमी की हत्या
बिहार के नालंदा के सिलाव थाना क्षेत्र के नांनद गांव का रहने वाला विकास चौधरी बुधवार की देर शाम अचानक लापता हो गया। अगले दिन उसके कटे हुए हाथ और पैर निकटवर्ती दीपनगर के मेघी गांव के पास से मिले। इसके बाद खोजबीन के दौरान धड़ दीपनगर के ही सिपाह गांव स्थित पंचाने नदी से तो बोरे में बंद सिर पटना में पुनपुन नदी से बरामद किए गए।
घर से निकला, वापस लौटे कटे अंग
विकास के पिता नरेश चौधरी ने बताया कि उनका बेटा बाइक से पावापुरी जाने की बात कहकर निकला था। देर शाम तक नहीं लौटा तो काल करने पर उनसे नालंदा आने की बात कही। अगली सुबह से उसका फोन बंद हो गया। उसके नहीं मिलने पर स्थानीय सिलाव थाना को सूचना दी गई। इसी बीच किसी युवक के कटे अंगों के मिलने की जानकारी मिली तो उनसे विकास की पहचान की।
प्रेम प्रसंग में हो गई युवक की हत्या
विकास के स्वजनों ने किसी से भी दुश्मनी से इनकार किया। इसके बाद पुलिस ने जांच के क्रम में घटना में प्रेम प्रसंग का कोण तलाश लिया। पुलिस ने जब शादीशुदा प्रेमिका को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामले का राज खुल गया। पता चला कि विकास की प्रेमिका ज्योति देवी तथा उसके पति रंजन ने हत्याकांड को अंजाम देकर शव को टुकड़े-टुकड़े कर ठिकाने लगाया था।