टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए एक शख्स नामाकंन करने पहुंचा तो उसे देखकर सब हैरान रह गए। ये शख्स अपने साथ दो बोरियों में एक रुपये के सिक्के लेकर पहुंचा था जिसकी कुल कीमत 10 हजार रुपये थी।
गांधीनगर उत्तर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे महेंद्र पाटनी हैं। नामांकन फीस जमा कराने के लिए वह बोरियों में सिक्के जमा करके लाए थे। अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने ये रकम अपने समर्थकों से मांगकर इकट्ठा की हैं।
महेंद्र पाटनी कौन है?
तीन साल पहले गांधीनगर में महात्मा मंदिर के पास एक झुग्गी में 521 झोपड़ियों को विस्थापित कर दिया गया था। यहीं के निवासियों ने उन्हें अपने प्रतिनिधि के रूप में चुनाव लड़ने को कहा। महेंद्र पाटनी भी उसी झुग्गी के निवासी है। पाटन जिले के रहने वाले महेंद्र वर्ष 1999 में गांधीनगर चले गए थे। शुरूआती दौर में वह स्लम में रहते थे। पाटनी ने बताया कि उनका घर उन 521 झुग्गियों में से एक था जिसे सरकार ने गिरा दिया था। यह वहीं जगह है जहां फाइव स्टार लीला तैयार किया गया है और गांधीनगर रेलवे स्टेशन भी तैयार किया गया है।
महेंद्र पाटनी निर्दलीय के रूप में लड़ रहे चुनाव
महेंद्र पाटनी एक निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। पेशे से मजदूर रहे महेंद्र ने कहा कि “मैं एक दिहाड़ी मजदूर के रूप में अपना जीवन यापन करता हूं। 521 झोपड़ियां थीं जिन्हें एक बड़े होटल के लिए तोड़ दिया गया था। उनमें से कई बेरोजगार हो गए थे। घर, पानी पीने और बिजली की कमी है।” उन्होंने कहा कि ये पैसे मेहनत करके जुटाए हैं। मैंने केवल उन्हीं लोगों से चंदा लिया है, जिन्होंने वादा किया है कि वो मुझे वोट देंगे”।