टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात चुनाव में सड़क, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दे गूंज रहे हैं. लेकिन गुजरात का एक ऐसा इलाका भी है जहां इन मुद्दों से बड़ा एक और मुद्दा है और ये मुदा है ‘पाकिस्तान’. ये इलाका है महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर है. पोरबंदर समुंद्र किनारे बसा गुजरात का एक बड़ा इलाका है. यहां की अर्थव्यवस्था के केंद्र में मछुआरे हैं, लेकिन इन मछुआरों के जीवन से संकट खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. इनकी परेशानी की सबसे बड़ी वजह है पाकिस्तान. गलती से अगर गुजराती मछुआरों की नाव पाकिस्तान की समुद्री सीमा में घुसती है तो वहां की सेना मछुआरों को पकड़ कर जेल में डाल देती है और लाखों की नाव जब्त कर लेती है.
पाकिस्तान की जेल में बंद हैं इतने मछुआरे
मछुआरों के नेता मुकेश पंजारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, ‘पाकिस्तान ने अभी तक हमारी 1200 से अधिक वोट पकड़ी है. इसे छूटने की हमें कोई उम्मीद नहीं है. वहां (पाकिस्तान में) जो मछुआरे हैं उनकी संख्या 500 के ज्यादा है.’ बता दें, पूरे गुजरात से 1188 नावें पाकिस्तानी नौसेना के कब्जे में हैं. इनमें से अकेले 831 नावें पोरबंदर की है. 2016 से 631 मछुआरे पाकिस्तानी जेलों में बंद हैं. पाकिस्तान में इन मछुआरों की जिंदगी बेहद ही खराब गुजरती है. स्थानीय मछुआरे ने कहा, वहां उन्हें अच्छा खाना नहीं मिलता. इंडिया में खत नहीं भेजने देते. परिवार वालों से कोई बातचीत भी नहीं करने देते.
समुंद्र में उतरने से डर रहे मछुआरे
पोरबंदर में इसका नतीजा ये हो रहा है कि अब समुंद्र में जाकर कोई भी मछली पकड़ना नहीं चाहता है. मछलियों का कारोबार करने वालों का दर्द ये है कि, काम करने के लिए लोग नहीं मिल रहे हैं. पोरबंदर में कई ऐसी नौकाएं हैं जो खड़ी-खड़ी जंग खा रही है. इनमें से ज्यादा नावों के मालिक या तो पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं या तो डीजल की बढ़ी कीमतों के कारण इसे नहीं चला पा रहे हैं.
नेताओं का बीजेपी पर निशाना
इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अर्जुन मोडवाडिया और आप के उम्मीदवार जीवन जंगी ने मछुआरे के मुद्दे को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. अर्जुन मोडवाडिया ने बीजेपी पर इस रोजगार (फिशिंग) को ठप कर देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 1100 ज्यादा वोट पाकिस्तान के कब्जे में हैं. बीजेपी की सरकार कुछ नहीं कर रही है. जीवन जंगी ने कहा, आज प्रदुषण की वजह से हमलोगों को पाकिस्तान तक जाना पड़ रहा है, हमारे परिवार वाले परेशान होते हैं.