दिसंबर 2022 के आखिरी हफ्ते या नए साल 2023 के जनवरी महीने के पहले हफ्ते में किसानों के खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 13वीं किस्त की राशि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रांसफर करेंगे. लेकिन जिन किसानों ने अपना ई-केवाईसी नहीं कराया है तो वे फौरन अपना केवाईसी करा लें वर्ना 13वीं किस्त की राशि बैंक खाते में नहीं आएगी.
नए रजिस्ट्रेशन के लिए राशन कार्ड अनिवार्य!
जिन किसानों ने पीएम किसान योजना में अब तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो ऐसे लोगों को रजिस्ट्रेशन करने के लिए राशन कार्ड की आवश्कता होगी. जिन किसानों के पास राशनकार्ड नहीं है वे फौरन राशन कार्ड बनवा लें. पीएम किसान योजना में पंजीकरण के लिए सरकार ने राशन कार्ड को अनिवार्य कर दिया है. इस स्कीम का लाभ ऐसे लोग भी ले रहे थे जो इसका लाभ लेने के योग्य नहीं थे. इसी फर्जीवाड़ा को रोकने के लिए पंजीकरण कराते समय राशन कार्ड की कॉपी को पोर्टल पर अपलोड करना होगा. पोर्टल पर राशन कार्ड नंबर दर्ज होने के बाद ही पीएम किसान सम्मान निधि की 2,000 रुपये की किस्त मिलेगी. पीएम किसान योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करने के दौरान राशन कार्ड की अनिवार्यता के साथ दस्तावेजों की सॉफ्टकॉपी पोर्टल पर अपलोड करना होगा.
केवाईसी है जरुरी
सरकार ने पीएम किसान योजना का लाभ लेने के लिए ई-केवाईसी जरूरी कर दी है. 12वीं किस्त का पैसा उन किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जाएगा, जिन्होंने अपनी केवाईसी करा रखी है. अगर आपने अब तक केवाईसी नहीं कराया है तो आपके खाते में 13वीं किस्त का पैसा नहीं आएगा. बिना e-KYC के आपकी 13वीं किस्त अटक जाएगी. केवाईसी की प्रक्रिया ऑनलाइन पूरा किया जा सकता है.
क्या है पीएम किसान योजना?
पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत सरकार किसानों को हर साल 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता देती है. यह रकम दो-दो हजार रुपये की तीन समान किस्तों में किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जाता है. किस्तें हर चार महीने में आती हैं यानी साल में तीन बार किसानों के खाते में योजना के तहत 2000-2000 रुपये भेजे जाते हैं. केंद्र सरकार यह पैसा सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर करती है. अब तक तक दो-दो हजार रुपये की 12 किस्तें किसानों के खाते में ट्रांसफर किये जा चुके हैं. अक्टूबर, 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12वीं किस्त की राशि किसानों के खाते में ट्रांसफर किया था.