गुजरात में जहां एक ओर भाजपा, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन कर रही है वहीं तीनों ही दलों से ब्राम्हण नेता पार्टी छोडकर अन्य दलों का रुख कर रहे हैं। भाजपा से पूर्व मंत्री जयनारायण व्यास ने इस्तीफा दिया वहीं कांग्रेस को पूर्व राष्ट्रीय सचिव हिमांशु व्यास ने अलविदा कह दिया।
जयनारायण व्यास ने प्रदेश भाजपा पर लगाया उपेक्षा का आरोप
अर्थशास्त्र, जलप्रबंधन के विशेषज्ञ एवं पूर्व मंत्री जयनारायण व्यास ने प्रदेश भाजपा संगठन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि वे दो बार अस्पताल में भर्ती हुए, मौत के मुंह से बचकर लौटे लेकिन जिस पार्टी में 30 से 35 साल गुजारे वहां से कोई मिलने तक नहीं आया। व्यास ने कहा कि भाजपा अब इतनी पेशेवर हो गई है कि बैठक की सूचना भी पार्टी नेताओं से मिलने के बजाए काल सेंटर से भेजी जाती है।
व्यास ने शुक्रवार रात को ही इस्तीफे का ऐलान करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल को अपना इस्तीफा भेज दिया। पाटिल ने इसके जवाब में बताया कि 75 साल से अधिक उम्र के नेताओं को टिकट नहीं देंगे, यह पार्टी का निर्णय है। उधर आप के अध्यक्ष गोपाल ईटालिया ने कहा कि व्यास एक वरिष्ठ व अनुभवी नेता हैं आप में उनका स्वागत है, वे आते हैं तो आप को उनका मार्गदर्शन मिलेगा।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव हिमांशु व्यास ने पार्टी की पहली सूची आते ही इस्तीफे का ऐलान कर दिया, व्यास लगातार दो विधानसभा चुनाव हार चुके हैं इस बार टिकट मिलने की संभावना नहीं है। वे सुरेंद्रनगर सीट से अपनी दावेदारी जता रहे थे लेकिन पार्टी टिकट देने को तैयार नहीं है। हिमांशु व्यास शनिवार को ही केंद्रीय ग्रह एवं सहकार मंत्री अमित शाह एवं प्रदेश अध्यक्ष पाटिल की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गये।
उधर आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने वाले इन्द्रनील राजगुरु शुक्रवार को ही कांग्रेस में शामिल हो गये। वे राजकोट पूर्व सीट से 2012 में कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं पिछला चुनाव उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के खिलाफ लडा था।