मध्य प्रदेश में इंदौर (Indore) की सबसे बड़ी चोइथराम सब्जी मंडी से एक दर्दनाक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें चोरी के आरोप में दो नाबालिग बच्चों की बड़ी बेरहमी से पिटाई के बाद लोडिंग रिक्शा से बांधकर पूरी मंडी परिसर में घसीटा गया था. इस मामले में अब पुलिस (Indore Police) ने बयानों के आधार पर चोरी की शिकायत दर्ज करवाने वाले खंडवा जिले के आवेदक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है. वहीं वीडियो (Viral Video) में दिख रहे अन्य लोगों को आरोपी बनाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है.
पुलिस को दिए बयान में एक नाबालिग ने कहा कि, वह गाड़ी खाली करके घर जा रहा था तो लोगों ने चोर समझकर उसे पकड़ लिया और रस्सी से बांधकर गाड़ी से घसीट दिया. एक नाबालिग चोइथराम सब्जी मंडी में गाड़ी खाली करने का काम करता है और दूसरा आलू-प्याज बीनने का काम करता है. लोगों ने उनपर चोरी का आरोप लगाया और रस्सी से बांधकर वाहन से घसीट दिया. इसके बाद इस घटना का वीडियो वायरल कर दिया था. इस मामले में जांच के बाद पुलिस ने शिकायत करने वाले सुनील वर्मा पर केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम खण्डवा जिले के काटकूट रवाना कर दी है. वहीं अब पुलिस वीडियो में दिख रहे लोगों की पहचान करके उनपर भी मामला दर्ज कर रही है.
पुलिस ने क्या बताया
दरअसल राजेंद्र नगर थाना प्रभारी अजय कुमार मिश्रा के मुताबिक, घटना राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के चोइथराम मंडी की है. यहां चोरों की पिटाई की घटना सामने आई थी जिसमें दो नाबालिगों को बेरहमी से पीटा गया था. जांच में एक व्यक्ति सामने आया और उसने आवेदन भी दिया था. उसके द्वारा बताया गया था कि इनकी गाड़ी के आसपास दोनों नाबालिगों की मौजूदगी देखी गई थी. पता चला है कि नाबालिगों ने कथित रूप से किसी गाड़ी से कुछ पैसे और मोबाइल निकालने की कोशिश की. रंगे हाथ पकड़े जाने पर उनके साथ मारपीट की गई और वीडियो बनाकर वायरल कर दिया गया था.
खंडवा भेजी गई टीम
वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने अब नाबालिगों के साथ बर्बरता के साथ मारपीट करने और वीडियो वायरल करने के मामले में खंडवा जिले के रहने वाले सुनील वर्मा व अन्य के खिलाफ देर रात मामला दर्ज कर लिया है. बताया जा रहा है कि सुनील वर्मा काटकूट का रहने वाला है और उसने ही वीडियो वायरल होने के पहले ही थाने पहुंचकर नाबालिगों के खिलाफ आवेदन दिया था. हालांकि इसमें उसने सिर्फ अपना नाम लिखा था. राजेंद्र नगर पुलिस की मानें तो नाबालिगों के खिलाफ अभी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक टीम खंडवा जिले के काटकूट भेजी गई है. आरोपियों के पकड़े जाने के बाद पूरी घटना का खुलासा हो पायेगा कि नाबालिगों ने चोरी की थी या नहीं की थी.