राजस्थान के अलवर जिले के भिवाड़ी से अगवा किए गए तीन सगे भाइयों में से दो के शव दिल्ली के महरौली के जंगल में मिले हैं। राजस्थान और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन में किडनैपर्स की निशानदेही पर शव बरामद किए हैं। वहीं, तीसरे बच्चे की तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि किडनैपर्स ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्होंने तीनों बच्चों की हत्या कर दी थी।
पुलिस ने बताया कि 15 अक्टूबर को अलवर जिले के भिवाड़ी शहर से अगवा किए गए तीन में से दो नाबालिग भाइयों की मंगलवार को दिल्ली में हत्या कर दी गई थी। मामले के दो आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। तीसरा लड़का लगभग 7 साल का है, जो दिल्ली में क्राइम सीन के पास मिला है। उसे पुलिस स्टेशन ले जाया गया। वह अपने नाम और अपने पिता के नाम के अलावा अपने बारे में कुछ भी नहीं बता सका। फिलहाल वह लाजपत नगर में चिल्ड्रन होम है।
पुलिस ने बताया कि यूपी के रहने वाले ज्ञानसिंह अलवर जिले के भिवाड़ी में लेबर कॉलोनी में तीन महीने पहले ही आए थे। वे यहां किराए के मकान अपनी पत्नी उर्मिला और छह बच्चों के साथ रह रहे थे। शनिवार दोपहर 11 बजे पति-पत्नी घर वापस आए तो देखा कि तीन बच्चे अमन, विपिन और शिवा घर में नहीं थे।
आरोपी बच्चों को दिल्ली ले गए और आठ लाख रुपये की फिरौती मांगने के लिए सोमवार को ज्ञान सिंह को फोन किया। लेकिन जब पीड़ित रोने लगे तो उन्होंने बच्चों की हत्या कर दी। शवों को यमुना के पास फेंक दिया। इस बीच पुलिस ने सोमवार रात फिरौती मांगने वाले मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों को ट्रेस कर हिरासत में ले लिया। आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने तीनों की हत्या की और शवों को कुतुबमीनार मेट्रो स्टेशन के पीछे जंगल में फेंक दिया है। क्राइम ब्रांच भिवाड़ी की टीम महरौली आई और तलाशी ली गई। आरोपी की निशानदेही पर दोनों बच्चों के शव बरामद किए गए।