उत्तर प्रदेश चुनावों बुलडोजर की खूब गूंज रही थी, चुनाव खत्म होते-होते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि बुलडोजर बाबा की हो गई। यूपी चुनावों में बीजेपी की जबरदस्त जीत का जब जश्न मना तो समर्थक बुलडोजर पर नाचे और कुछ ने तो अपने सिर बुलडोजर की छोटी प्रतिकृति रखकर खुशी व्यक्त की। गुजरात चुनावों में बुलडोजर बाबा नहीं, बुलडोजर दादा का दम दिखाई देगा। गुजरात के समुद्री जिलों में हुई कार्रवाई पर पीएम नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की पीठ ठोंक चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले कुछ दौरों पर लगातार नरेंद्र-भूपेंद्र की सरकार, डबल इंजन की सरकार के साथ-साथ मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के लिए मृदु और मक्कम (विनम्र और दृढ़ निश्चयी) हैं।
आणंद और जामकंडोरणा की सभाओं में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने हाल ही में समुद्र के किनारे वाले जिलों देवभूमि द्वाराका के बेट द्वारका, पोरबंदर, जामनगर में अवैध निर्माण पर की गई कार्रवाई की प्रशंसा की थी। उन्होंने कहा कि भूपेन्द्र भाई (Chief Minister Bhupendra Patel) ने अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिए। पीएम ने गुजरात सरकार के उद्योग नीति की प्रशंसा की लेकिन फोकस अवैध निर्माण पर चले बुलडोजर पर रखा। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सालों से ये निर्माण चुनौती बने थे, मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल इन्हें साफ कर दिया। पीएम ने जिस तरह से भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में अवैध निर्माण पर कार्रवाई की तारीफ की है। उससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि बीजेपी चुनावों में इसका लाभ लेना चाहेगी। बेट द्वारका और पोरबंदर में हुई कार्रवाई का संत समाज ने मिलकर स्वागत किया था। तो वहीं दूसरी तरफ अब पीएम की तारीफ के बाद मुख्यमंत्री की अगुवाई में शहरी क्षेत्रों में बुलडोजर चल रहा है। अहमदाबाद के जमालपुर इलाके गलत कामों में लिप्त तत्वों के निर्माण पर भी बुलडोजर (Bulldozer) चला दिया गया। आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में जिस तरह से बुलडोजर चल रहा है। वह कहीं न कहीं उनकी बुलडोजर दादा की इमेज गढ़ रहा है।
बुलडोजर कार्रवाई को लेकर पूरे देश में सुर्खियां बटोरने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ गुजरात आएंगे। इसकी संभावना काफी कम है। गुजरात में योगी आदित्यानाथ की सक्रियता काफी कम रही है। वे 2019 के लोकसभा चुनाव में अहमदाबाद में चुनाव प्रचार के लिए आए थे और घाटलोडिया सीट पर सभा की थी। अब यहां के विधायक भूपेन्द्र पटेल ही राज्य की कमान संभाल रहे हैं। इसके पहले योगी आदित्यनाथ 2018 के नवंबर महीने में आए थे, तब वे नए-नए खुले स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने गए थे। ऐसे में देखा जाए तो पिछले पांच सालों में उनके दो दौरे ही मोटे तौर पर हुए हैं, हालांकि गुजरात में बेहद लोकप्रिय हैं।