दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी मेटा को रूस ने आतंकवादी और कट्टरपंथी संगठन घोषित कर दिया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी और बताया कि यूक्रेन को सोशल मीडिया पर मिल रहे समर्थन के चलते रूस नाखुश है।
साल की शुरुआत में यूक्रेन के साथ युद्ध छिड़ने के बाद मार्च में रूस की सरकार ने अपने नागरिकों के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ब्लॉक कर दिए थे। अब मॉस्को की एक अदालत ने मार्क जुकरबर्ग की कंपनी मेटा को कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल पाने का दावा किया है।
मॉस्को की अदालत ने कहा कि मेटा के प्लेटफॉर्म्स पर सोशल मीडिया यूजर्स को ऐसा कंटेंट शेयर करने की अनुमति दी जा रही है, जो रूसी लोगों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देता है। रूस का कहना है कि मेटा यूक्रेन में ऐसा कर रही है और भावनाएं भड़काने का काम कर रही है।
सोशल मीडिया कंपनी के वकील ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए अदालत से कहा कि उनकी कंपनी कभी किसी तरह की कट्टरपंथी गतिविधि का हिस्सा नहीं बनी है। वकील ने कहा कि रूस के खिलाफ नफरत या डर फैलाने वालों को मेटा का समर्थन कभी नहीं मिला है।
सोशल मीडिया पर नियंत्रण की कोशिश में था रूस
यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू होने के साथ ही रूस ने सोशल मीडिया पर नियंत्रण की कोशिश शुरू कर दी थी। दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यूक्रेन के लिए भारी समर्थन देखने को मिल रहा था। यही वजह है कि रूस ने इन प्लेटफॉर्म्स को बैन कर दिया था। इसके बाद सोशल प्लेटफॉर्म्स ने भी रूस सरकार की ओर से प्रायोजित पोस्ट्स और मीडिया को ब्लॉक करना शुरू कर दिया।