रूस-यूक्रेन जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की पहली बार एक मंच साझा करेंगे। पूरी दुनिया की निगाह दोनों की मुलाकात पर टिकी है। यूक्रेन जंग के बाद यह पहला मौका होगा जब दोनों देशों के प्रमुख एक साथ एक मंच साझा करेंगे। जी हां, जी-20 की बैठक में यूक्रेन और रूस के राष्ट्रपति शामिल होंगे। हालांकि, इस मंच पर दोनों नेताओं के बीच जंग को खत्म करने के लिए कूटनीतिक स्तर पर कोई पहल होगी या वार्ता करेंगे, इस पर संशय बना हुआ है। खास बात यह है कि दोनों नेताओं के बीच मुलाकात ऐसे समय हो रही है, जब रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन पर परमाणु हमले की धमकी दे चुके हैं। इस धमकी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पूरी दुनिया को विश्व युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है।
विदेश मामलों के जानकार प्रो हर्ष वी पंत का कहना है कि पुतिन और जेलेंस्की की मुलाकात ऐसे समय हो रही है, जब दोनों देशों के बीच युद्ध चरम पर है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन परमाणु हमले की चेतावनी भी दे चुके हैं। ऐसे में दोनों नेताओं का एक मंच साझा करना काफी सकारात्मक है। उन्होंने कहा कि इस तनाव में दोनों नेता एक मंच साझा करने पर राजी हुए यह बड़ी बात है। उन्होंन कहा कि यह इस बात को दर्शाता है कि भविष्य में दोनों नेताओं के बीच युद्ध खत्म करने की कूटनीतिक पहल की संभावना बनती है।
प्रो पंत ने कहा कि फरवरी में शुरू हुए यूक्रेन जंग के बाद इस युद्ध को रोकने के लिए कई कूटनीतिक पहल हुई, लेकिन सब नाकाम रही। इतना ही नहीं कई राष्ट्राध्यक्षों ने भी इस युद्ध को खत्म करने के लिए पुतिन को मनाने का प्रयास किया, लेकिन वह टस से मस नहीं हुए। अब तक की सारी कोशिश नाकाम रही। ऐसे में दोनों नेताओं का एक मंच साझा करने पर रजामंदी एक सकारात्मक संदेश देता है। जी-20 की यह समिट इंडोनेशिया के बाली शहर में 15 से 16 नवंबर को होगी। इसमें कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के शामिल होने की उम्मीद है।