बीजेपी के लगाए गए हिंदू देवी-देवताओं के अपमान के आरोपों पर दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि उनके (BJP) के पास कोई मुद्दा नहीं है, मुद्दा होता तो इस तरह की राजनीति नहीं करते. पार्टी मामले को बेवजह तूल देने की कोशिश कर रही है. ये दीक्षा का कार्यक्रम हर साल होता है और बीजेपी के मंत्री भी इसमें शामिल होते हैं. राजेंद्र पाल गौतम ने ये भी कहा कि परसों नितिन गडकरी और रामदास अठावले भी दीक्षा के एक ऐसे ही कार्यक्रम में नागपुर में शामिल हुए थे. ये तो धार्मिक आयोजन है.
आप धर्मांतरण करवा रहे है? इसमें शपथ दिलायी जा रही है कि हम ब्रह्मा, विष्णु, महेश को नहीं मानते. इस सवाल के जवाब में राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि बौद्ध दीक्षा में 22 प्रतिज्ञाएं दिलायी जाती हैं. ये इसी का हिस्सा है, इसमें किसी धर्म के खिलाफ नहीं बोला जाता. बौद्ध धर्म को दुनियाभर में जाना जाता है. भारतीय संविधान भी किसी को भी किसी भी पंथ को मानने की इजाजत देता है. वेदों की उपासना की आजादी भी सबको है.
बीजेपी ने की मंत्री बर्खास्त करने की मांग
वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की दिल्ली यूनिट ने शुक्रवार (7 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनकी सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को बर्खास्त करने की मांग की. बीजेपी ने गौतम पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाया. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि दशहरा के मौके पर करोलबाग में आयोजित एक कार्यक्रम में गौतम ने हजारों लोगों की मौजूदगी में हिंदू देवी-देवताओं के प्रति ‘अनादर’ दिखाया. उन्होंने कहा, “यह कोई पहली घटना नहीं है. हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करना और उनके प्रति अनादर दिखाना आम आदमी पार्टी (AAP) के स्वभाव में है. हम अरविंद केजरीवाल से गौतम को तत्काल उनके मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग करते हैं.”
कान पकड़कर माफी मांगनी चाहिए
इस मामले पर बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि केजरीवाल के इशारे पर ये सब हुआ है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी आपने हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है. आपको पूरे भारत से इसके लिए कान पकड़कर माफी मांगनी चाहिए. हिंदू अपने भगवान का अपमान सहन नहीं करेगा. हम मांग करते हैं कि ऐसे मंत्री को, जो नफरत फैला रहा है, जो दंगे कराना चाह रहा है उसे तुरंत बर्खास्त करें. आप अग्निपरीक्षा दें. अगर आपने ऐसे नहीं किया जाता है तो मान जाएगा कि ये शब्द मंत्री के हो सकते हैं, उसके पीछे आप हैं.
दोनों समुदायों में पैदा हो सकती है दुश्मनी
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी मंत्री पद से गौतम की बर्खास्तगी की मांग की. उन्होंने दावा किया कि गौतम की हरकत से हिंदू और बौद्ध समुदाय के बीच दुश्मनी पैदा हो सकती है. गौतम उस कार्यक्रम में मौजूद थे, जहां कथित तौर पर बौद्ध धर्म अपनाने वाले लोगों ने भगवान बुद्ध की शिक्षाओं का अनुसरण करने और हिंदू देवी-देवताओं की पूजा छोड़ने का संकल्प लिया था.