टाटा ग्रुप (Tata Group) ने अपने कारोबार में बड़ा फेरबदल किया है। दरअसल, टाटा ग्रुप के निदेशक मंडल ने हाल ही में अपने 7 मेटल कंपनियों को ग्रुप की प्रमुख कंपनी टाटा स्टील में मर्जर की मंजूरी दे दी है। इसके बाद से सभी शेयरों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। बता दें कि बोर्ड ने 23 सितंबर को हुई एक बैठक में अपनी 7 मेटल सब्सिडियरी कंपनियों को अपनी मूल कंपनी टाटा स्टील (Tata steel) के साथ विलय को मंजूरी दे दी थी। टाटा स्टील में जिन सात फर्मों का विलय की मंजूरी दी है, वे टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स, द टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया, टाटा मेटालिक्स, टीआरएफ, द इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स, टाटा स्टील माइनिंग और एसएंडटी माइनिंग कंपनी है।
लोअर सर्किट में टाटा ग्रुप के शेयर
अब बात करते हैं टाटा ग्रुप की कंपनी टीआरएफ (TRF) की, जिसे टाटा स्टील (Tata steell) के साथ विलय करने का प्रस्ताव है। यह शेयर 2022 में अब तक 123% से अधिक की रिटर्न दे चुका है। लेकिन अब विलय की खबर के बाद शेयर लगातार टूट रहा है। पिछले पांच दिनों में यह शेयर 19% तक गिर गया है।
टाटा ग्रुप ने अन्य शेयर जैसे कि आईएचसीएल ने इस साल अब तक 81% रिटर्न दिया है। ओरिएंट होटल्स (88%) और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन (79%) भागा है। हालांकि, अब ये शेयर लोअर सर्किट में हैं और निवेशकों को इससे भारी नुकसान हुआ है।
टाटा स्टील NSE पर 2.51 फीसदी की गिरावट के साथ 95.20 रुपये पर बंद हुआ। यह शेयर पिछले पांच दिनों में लगभग 10% तक गिर गया है। शेयर पिछले कुछ दिनों से लगातार गिर रहा है। 28 जुलाई 2022 को स्टॉक 1:10 स्टॉक स्प्लिट के लिए एक्स-डेट होने के बाद से टाटा स्टील अब अपने सबसे निचले स्तर पर कारोबार कर रहा है। 3 मई 2022 को टाटा स्टील के निदेशक मंडल ने कंपनी के 1 इक्विटी शेयर के एक्स-स्प्लिट के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी।
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