टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री के साथ होनेवाली बैठकों को इग्नोर करने का आरोप नीतीश कुमार पर बीजेपी ने लगाया था। बिहार के मुख्यमंत्री ने इस सप्ताह के अंत में कोलकाता में हुई राष्ट्रीय गंगा परिषद (एनजीसी) की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। उनकी जगह पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शिरकत की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली बैठकों से नीतीश कुमार लगातार अनुपस्थित रहे। इस बाबत जब नीतीश कुमार से पत्रकारों ने पूछा तो उन्होंने इसे कुछ खास तवज्जो नहीं दी। नीतीश कुमार ने कहा कि इसमें ‘कुछ भी असामान्य नहीं है’।
मीटिंग में शामिल नहीं होना असामान्य नहीं- नीतीश
पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत अरूण जेटली के जन्मदिवस पर पटना के कंकड़बाग स्थित पार्क में आयोजित कार्यक्रम के बाद बातचीत में पत्रकारों ने नीतीश से नमामि गंगे कार्यक्रम में शामिल नहीं होने से जुड़े सवाल किए थे। इसपर मुख्यमंत्री ने इसे ‘कुछ भी असामान्य’ नहीं है, कहकर तवज्जो नहीं दी। उन्होंने उदाहरण दिया कि इसकी पिछली बैठक उत्तर प्रदेश में हुई थी, जिसमें उस वक्त संबंधित विभाग संभाल रहे तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने हिस्सा लिया था।
2017 में ही प्रोजेक्ट की जानकारी दे चुके हैं- नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस बार ये विभाग उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के पास है, इसलिए हमने उनसे कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया। हमारी गंगा नदी को लेकर जो इच्छाएं हैं, उन बातों की चर्चा करेंगे। हम बहुत पहले से इस संबंध में यहां काम कर रहे हैं। 2017 में यहां बैठक कर और फिर दिल्ली में भी बैठक कर केंद्र सरकार को हमने सारी बातों की जानकारी दी थी।
क्या अभी तेजस्वी को ट्रेनिंग दे रहे नीतीश?
नीतीश कुमार ने बताया कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी जाकर सारी बातें रखेंगे। हालांकि, साथ ही नीतीश ने याद दिलाया कि वो हाल ही में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई एक बैठक में हिस्सा लिए थे। वैसे, भी नीतीश कुमार ने हाल ही में महागठबंधन की बैठक में साफ-साफ कह दिया था कि 2025 विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। मतलब अगर महागठबंधन को सत्ता मिली तो तेजस्वी यादव ही सीएम होंगे।