टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के भाषणों को हिंदी और दूसरी एशियाई भाषाओं में ट्रांसलेट करने की मांग की जा रही है। प्रेजिडेंशियल कमिशन ने राष्ट्रपति कार्यालय के सामने अपने विचार रखे हैं। जिनमें कहा है कि अमेरिका की राजनीति में लगातार एशियाई मूल के लोगों की भूमिका बढ़ रही है।
ऐसे में राष्ट्रपति के भाषण उनकी भाषाओं में मौजूद होने चाहिए। फिलहाल राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के भाषण केवल अंग्रेजी में होते हैं। जिसके चलते उनके संदेश 2 करोड़ से ज्यादा लोगों तक उनकी मूल भाषा में नहीं पहुंच पाता है। राष्ट्रपति के एडवाइजरी कमिशन के सामने यह प्रस्ताव अमेरिकी- भारतीय कम्युनिटी के नेता अजय जैन भुटोरिया ने रखा था। जिसे कमिशन ने स्वीकार कर लिया।एक बैठक में प्रेजिडेंशियल कमिशन ने सुझाव दिया है कि भाषणों को हिंदी और एशियाई भाषाओं में ट्रांसलेट करने का काम 3 महीने में शुरू कर दिया जाना चाहिए। कमिशन ने भाषणों को हिंदी, चीनी, कोरियन, वियतनमीज, मैंडरिन और फिलीपींस में बोली जाने वाली भाषा टगालोग में ट्रांसलेट करने को कहा है।