टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
गठन के 10 साल के भीतर ही आप को राष्ट्रीय पार्टियों की सूची में शामिल हो गई है.
लोकतंत्र मे लोक प्रतिनिधित्व और नीति-नियमों के लिए राजनीतिक दल का गठन होता है. जब किसी दल की उपस्थिति पूरे देश में होती है, तो उसे राष्ट्रीय पार्टी कहा जाता है. भारत में चुनाव आयोग किसी भी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा देती है. इसके लिए कुछ नियम भी बनाए गए हैं.
कोई भी दल जिसे चार राज्यों में क्षेत्रीय दल का दर्जा प्राप्त है, उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल होता है.
यदि कोई पार्टी 4 लोकसभा सीटों के अलावा लोकसभा या विधानसभा चुनाव में चार राज्यों में 6% वोट हासिल करती है, तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है.
कोई दल तीन अलग- अलग राज्यों को मिलाकर लोकसभा की 2 फीसदी सीटें जीतती है. यानी कम से कम 11 सीटें जीतना जरूरी होता है, लेकिन यह 11 सीटें किसी एक राज्य से न होकर 3 अलग-अलग राज्यों से होनी चाहिए.
आप कैसे बन गई राष्ट्रीय पार्टी?
– 70 विधानसभा वाली दिल्ली में आप के 62 विधायक हैं. पार्टी का वोट 53.57% है.
-117 सीटों वाली पंजाब में आप के 92 विधायक हैं. यहां पार्टी के पास 78.6% वोट है.
– 40 सीटों वाली गोवा असेंबली में आप के 2 विधायक और 6.77% वोट है.
– अब गुजरात में पार्टी को 12% वोट मिला है, जबकि 5 सीटों पर पार्टी उम्मीदवार आगे हैं.
अन्ना आंदोलन की उपज, 10 साल में राष्ट्रीय पार्टी बनी
2011-12 में दिल्ली में अन्ना आंदोलन के बाद आम आदमी पार्टी का गठन हुआ था. उस वक्त पार्टी को झाड़ू चुनाव चिह्न मिला. 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने 28 सीटें जीती और कांग्रेस के सहयोग से सरकार बना ली. इसके बाद पार्टी लगातार दिल्ली में 2 बार सरकार बनाई.
वर्तमान में पार्टी के पास 10 राज्यसभा सांसद और 157 विधायक है. 2019 में पार्टी को लोकसभा की एक सीट (पंजाब की संगरूर) पर जीत भी मिली थी. हालांकि, उपचुनाव में उसे हार गई.
देश में कितने राष्ट्रीय दल, सूची देखिए…
भाजपा
कांग्रेस
बसपा
एनसीपी
सीपीएम
एनपीपी
सीपीआई
टीएमसी