टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज जातिसूचक (SIS) में जातिसूचक टिप्पणी लिखने पर हंगामा मचा हुआ है। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. शांतिश्री धुलिपुड़ी ने इस मामले की जांच का आदेश दे दिया है। इस बीच, फैकल्टी रूम और दीवारों पर ब्राह्मणविरोधी नारे लिखे जाने पर सोशल मीडिया पर संग्राम मचा हुआ है। एक फैकल्टी रूम के गेट पर भी गो बैक शाखा लिखा हुआ है। इधर, इस घटना के बाद सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गए हैं। हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा है कि ब्रह्मण विरोधी नारे की निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि ऐसी सोच को कुचल देना चाहिए। इस बीच, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने लेफ्ट विंग पर ये स्लोगन लिखने का आरोप लगाया है।
कुलपति ने नोटिस जारी कर कहा कि कुछ अज्ञात लोगों ने फैकल्टी रूम और विश्वविद्यालय की दीवारों पर जातिसूचक टिप्पणी पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। प्रशासन ऐसी घटना की निंदा करता है। ऐसी घटना को विश्वविद्यालय में स्वीकार नहीं किया जाएगा। जेएनयू सबका है।
कुलपति ने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज एंड ग्रिवांस कमिटी के डीन को इस मामले की जल्दी से जल्दी जांच करके रिपोर्ट सौंपने को कहा है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि जेएनयू समावेश और समानता में विश्वास करता है। कुलपति ने जेएनयू में किसी प्रकार की हिंसा पर जीरो टोरलेंस की नीति अपनाने की भी बात कही है।
उधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने जातिसूचक टिप्पणी लिखने का आरोप लेफ्ट विंग के छात्रों पर लगाया है। इधर सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर कई प्रतिक्रिया सामने आ रही है।