Today Gujarati News (Desk)
राजस्थान में चल रही पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की गतिविधियों और हिंसक चरमपंथ के एजेंडे से संबंधित मामले की जांच के प्रमुख हिस्से को पूरा करने के बाद एनआईए ने सोमवार को दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की।
हिंसक घटनाओं के लिए मुस्लिम युवाओं की करते थे भर्ती
कोटा के मोहम्मद आसिफ उर्फ आसिफ और राजस्थान के बारां के सादिक सर्राफ पर आईपीसी की धारा 120बी, 153ए और यूएपीए की धारा 13, 17, 18, 18ए और 18बी के तहत आरोप लगाए गए हैं। आरोपित पीएफआई के प्रशिक्षित सदस्य हैं। ये हिंसक घटनाओं को अंजाम देने के लिए पीएफआई के लिए प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं की भर्ती करते थे।
मुस्लिम युवाओं को बनाते थे कट्टरपंथी
एनआइए ने कहा कि आरोपियों ने भोले-भाले मुस्लिम युवाओं को यह विश्वास दिलाकर कट्टरपंथी बना दिया कि भारत में इस्लाम खतरे में है और इसलिए 2047 तक इस्लाम की रक्षा करने और भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करने के लिए पीएफआई कैडरों और समुदाय के लिए खुद को हथियारों के इस्तेमाल में प्रशिक्षित करना आवश्यक था।
2002 में एनआइए ने पीएफआई के खिलाफ दर्ज किया केस
पीएफआई के खिलाफ सितंबर 2002 में एनआइए ने केस दर्ज किया था। पीएफआई पर हथियारों की ट्रेनिंग देने का आरोप है। सोमवार को एनआइए ने मामले में पहली चार्जशीट दाखिल की। यह चार्जशीट आपराधिक साजिश रचने के खिलाफ दाखिल की गई है।