टुडे गुजराती न्यूज (ऑनलाइन डेस्क)
देश की दिग्गज कंपनी टाटा ग्रुप (TATA Group) पूरे 18 साल के अंतराल के बाद अपना आईपीओ लाने की तैयारी कर रहा है. टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने अपने सहायक कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) में अपनी हिस्सेदारी को विनिवेश करने की मंजूरी दे दी है. इससे पहले साल 2004 में टाटा की TCS ने स्टॉक मार्केट में एंट्री की थी. इसके बाद से ही टाटा ग्रुप की किसी भी कंपनी ने शेयर मार्केट में अपना आईपीओ लॉन्च नहीं किया है. इस आईपीओ के बारे में जानकारी देते हुए टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने कहा कि वह अपने आईपीओ संबंधित जानकारी वह मार्केट में जल्द ही उपलब्ध कराएंगे.
जानें टाटा टेक्नोलॉजीज में टाटा मोटर्स की कितनी है हिस्सेदारी?
2022 की एक रिपोर्ट के अनुसार टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies IPO) में टाटा मोटर्स की बड़ी हिस्सेदारी है. टाटा मोटर्स का करीब 74 फीसदी का हिस्सा है. कंपनी इस आईपीओ के जरिए जुटाई गई राशि से टाटा टेक्नोलॉजीज का विस्तार किया जाएगा, लेकिन अभी तक कंपनी ने यह नहीं तय किया है कि इस आईपीओ का साइज कितना बड़ा होगा. आईपीओ का साइज मार्केट की हालात और SEBI की मंदूरी पर ही निर्भर करेगा.
टाटा की कितनी कंपनी मार्केट में लिस्टेड?
आपको बता दें कि टाटा ग्रुप की अबतक कुल 29 एंटरप्राइजेज मार्केट में लिस्टेड हैं. इसनी कंपनी की कुल मार्केट वाल्यू 314 बिलियन डॉलर यानी 23.4 ट्रिलियन है. टाटा ग्रुप के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने साल 2017 में अपने कार्यभार को संभाला था. उनके पद को संभालने के बाद यह कंपनी का पहले आईपीओ होगा. इससे पहले कंपनी ऑटोकॉम्प सिस्टम का आईपीओ लाने की भी कोशिश की थी, लेकिन बाद में इस आईपीओ के प्लान को कैंसिल कर दिया था. इसके अलावा कंपनी टाटा स्काई के आईपीओ को भी लाने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए कंपनी लगातार काम कर रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टाटा ग्रुप अपने आईपीओ को वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच ला सकती है. कंपनी अपने आईपीओ के जरिए टाटा टेक्नोलॉजीज की अपनी 10 फीसदी हिस्सेदार बेच सकती है. इसके लिए काम करना शुरू कर दिया है और जल्द ही आईपीओ के मार्केट नियामक के पास जा सकती है. ध्यान देने वाली बात ये है कि टाटा टेक्नोलॉजीज एयरस्पेस, ऑटो, इंडस्ट्रियल हैवी मशीनरी जैसे क्षेत्रों में काम करती है. इसका कारोबार दुनिया के कई देशों में फैला है. इस कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 645.6 करोड़ और नेट प्रॉफिट करीब 437 करोड़ रुपये रहा है. इसके रेवेन्यू में कुल 47 फीसदी तक की बढ़त दर्ज की गई है. कंपनी कुल 9,300 कर्मचारियों को रोजगार देती है.