यूपीएससी की परीक्षा मुश्किल परीक्षा में एक होती है। जिसे क्लियर करने के लिए दिन रात एक करने पड़ते हैं। वहीं इस परीक्षा में सबसे मुश्किल चरण इंटरव्यू यानी पर्सनालिटी टेस्ट का है। वहीं कई उम्मीदवारों के मन में ये प्रश्न रहता है, आखिर इंटरव्यू लेने वाला बोर्ड पैनल कैसे तय किया जाता है, वह किस- किस डिपार्टमेंट से होते हैं और कैसे प्रश्न पूछते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं
बोर्ड पैनल को सिलेक्ट कैसे किया जाता है, इसके बारे में बता रही हैं, दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सलोनी खन्ना। सलोनी खन्ना दृष्टि मॉक इंटरव्यू पैनल की मेंबर भी हैं।जो उम्मीदवार यूपीएससी मेंस परीक्षा पास करते हैं, उन्हें इंटरव्यू में बैठने का मौका दिया जाता है। फाइनल इंटरव्यू के लिए यूपीएससी की ओर से कुछ एक्सपर्ट्स का पैनल तय किया जाता है, जो मेंस क्वालीफाई उम्मीदवारों का इंटरव्यू लेते हैं और वह उम्मीदवार IAS, IPS अधिकारी बनने के लायक है या नहीं ये बोर्ड पैनल जांचता है।सलोनी खन्ना ने बताया, जो यूपीएससी का पैनल है, वह बहुत विविध और बहुमुखी पैनल (Diverse-versatile panel) रहता है। उस पैनल पर एक साइकोलॉजिस्ट, एक्स ब्यूरोक्रेट्स, करंट सर्विंग ब्यूरोक्रेट्स, एक्सपर्ट्स ( जो आर्मी, डिफेंस, नेवी) से हो सकताा है। इसी के साथ पैनल में प्रोफेसर होते हैं, अलग-अलग यूनिवर्सिटी से एक्सपर्ट होते हैं। सलोनी ने बताया, ये एक बहुत बड़ा पैनल होता है, जो आपकी पर्सनालिटी को टेस्ट करता है।
सलोनी ने बताया, उम्मीदवार से इंटरव्यू में क्या पूछना है, ऐसे कोई प्रश्न पहले से तैयार नहीं किए जाते हैं। हम सभी लोग अखबार पढ़ते हैं और न्यूज देखते हैं। जो न्यूज में चल रहा है, वह तो पूछा ही जाता है। इसके अलावा उम्मीदवार का डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म (DAF) देखा जाता है। उम्मीदवार का एजुकेशनल बैकग्राउंड, सोशल बैकग्राउंड, कल्चर बैकग्राउंड देखा जाता है। जिसमें से प्रश्न पूछे जाते हैं। कोई भी प्रश्न ऐसा नहीं होता है जो कहीं से भी उठा कर पूछ लिया हो। सब आपके सिलेबस और DAF के आधार पर पूछा जाता है।
क्या ऊपर- नीचे होता है इंटरव्यू का लेवल?
इसके अलावा कई बार पैनल को नजर आता है उम्मीदवार इंटरव्यू के दौरान काफी दवाब महसूस कर रहा है, तो उस दौरान इंटरव्यू का लेवल डाउन कर दिया जाता है, वहीं दूसरी ओर वह प्रश्नों के जवाब अच्छे से दे रहा है तो इंटरव्यू का लेवल ऊपर कर दिया जाता है। वहीं यूपीएससी प्रीलिम्स और मेंस परीक्षा के माध्यम से उम्मीदवार की नॉलेज पहले ही टेस्ट कर चुका होता है। ऐसे में इंटरव्यू का आइडिया उम्मीदवार की नॉलेज टेस्ट करना नहीं है, यूपीएससी इंटरव्यू का मकसद उम्मीदवार से बात करना है, उसे समझना और उसकी पर्सनालिटी क्या है ये जानना है।